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बिजनेस लोन कैसे ले (Business Loan Kaise Le)

बिजनेस लोन कैसे ले

बिजनेस लोन कैसे ले (Business Loan Kaise Le): बिजनेस लोन आपके व्यवसाय को बढ़ाने और financial लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

आप कोई बिजनेस सुरू करने, बिजनेस को बढ़ाने के लिए लोन की जरूरत पड़ सकती हैं, ऐसे में आपको बिजनेस लोन कैसे ले यह जरूर पता होना चाहिए।

इस लेख में हम आपको बिजनेस लोन कैसे ले, इसके लिए आपको किन शर्तो को पूरा करना होता हैं, जरूरी दस्तावेज़, कोनसी बैंक लोन देगी यह सब जानकारी बनाने वाले हैं। इसलिए पोस्ट को आखिर तक पढ़ते रहो।

सबसे पहले, यह तय करें कि आपको कितने पैसे की ज़रूरत है और आप इसका उपयोग कैसे करेंगे। हर बैंकों और लोनदाता की पात्रता शर्तें अलग-अलग होती हैं। अपनी क्रेडिट स्कोर, आय, और व्यवसाय के वित्तीय विवरणों की जांच करें।
इसके अलावा आपको अलग अलग बैंकों ब्याज दरों, शुल्कों, लोन अवधि, और शर्तों की तुलना भी करना चाहिए। इसके बाद आप जरूरी दस्तावेज़ के साथ लोन के अप्लाई कर सकते हैं।

बिजनेस लोन के 2 प्रकार है –

1. सिक्योर्ड लोन: इस प्रकार के लोन के लिए, उधारकर्ता को लोन राशि के लिए सुरक्षा जमा करनी होती है। यह संपत्ति, जैसे कि जमीन, भवन, या मशीनरी हो सकती है। सिक्योर्ड लोन आमतौर पर अनसेक्योर्ड लोन की तुलना में कम ब्याज दर पर उपलब्ध होते हैं।

उदाहरण: इस लोन का उपयोग मशीनरी और उपकरण खरीदने के लिए किया जाता है, और मशीनरी को ही लोन के लिए सुरक्षा के रूप में रखा जाता है। इस लोन का उपयोग जमीन या भवन खरीदने या निर्माण के लिए किया जाता है, और जमीन या भवन को ही लोन के लिए सुरक्षा के रूप में रखा जाता है।

2. अनसेक्योर्ड लोन: इस प्रकार के लोन के लिए किसी संपत्ति की आवश्यकता नहीं होती है। अनसेक्योर्ड लोन आमतौर पर सिक्योर्ड लोन की तुलना में अधिक ब्याज दर पर उपलब्ध होते हैं।

उदाहरण: इस लोन का उपयोग रोजमर्रा के व्यावसायिक खर्चों को पूरा करने के लिए किया जाता है, जैसे कि वेतन, किराया, और इन्वेंट्री।

Business Loan: मुख्य बैंकों की ब्याज दरें


बिजनेस लोन ब्याज दर

बिज़नेस लोन की ब्याज दरें (Business Loan Interest rates) सालाना 8% से शुरू होती हैं और आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल के आधार पर इन्हें तय किया जाता है।

Business Loan: योग्यता शर्तें

  • बिज़नेस कब से चल रहा हो: 1 वर्ष और ज़्यादा
  • सिबिल स्कोर: 750 और ज़्यादा
  • आवेदक का पिछला लोन डिफ़ॉल्ट का कोई रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।

बिज़नेस लोन के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट

बिज़नेस लोन के लिए अप्लाई करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज भी जमा करने पड़ सकते हैं:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड,
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • वोटर आईडी कार्ड
  • पिछले 1 साल का बैंक स्टेटमेंट
  • बिज़नेस इनकॉर्पोरेशन की कॉपी
  • यूटिलिटी बिल (बिजली/ पानी के बिल) शामिल हैं
  • नॉन-कोलैटरल ओवरड्राफ्ट की कॉपी, अगर कोई है
  • बैंक/ लोन संस्थान द्वारा ज़रूरी कोई अन्य दस्तावेज

Business Loan Fee & Charges

बिज़नेस लोन की फीस और शुल्क (Business Loan Fee & Charges) हर बैंक में अलग-अलग हो सकते हैं। यह फीस और शुल्क लोन राशि, ब्याज दर और भुगतान अवधि पर निर्भर करती हैं।

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भारत सरकार लोन योजनाएं

भारत सरकार विभिन्न क्षेत्रों में उद्यमिता और विकास को बढ़ावा देने के लिए कई लोन योजनाएं चलाती है। ये योजनाएं विभिन्न प्रकार के ऋण प्रदान करती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
  • क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल इंडस्ट्रीज (CGTMSE)
  • नाबार्ड रीफाइनेंसिंग योजना
  • किसान क्रेडिट कार्ड (KCC)
  • कृषि विकास एवं ऋण पुनर्भुगतान योजना (ATMA-RBS)
  • क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम फॉर स्टूडेंट्स (CGFSS)
  • प्रधानमंत्री शिक्षा ऋण योजना (PMSS)

महिलाओं के लिए विशेष लोन योजनाएं

भारत सरकार और कई बैंकों द्वारा महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कई विशेष लोन योजनाएं शुरू की गई हैं। लेकिन इसके लिए बिजनेस में महिला की भागीदारी 50 प्रतिशत से ज्यादाहोनी चाहिए।

यहां कुछ लोकप्रिय योजनाएं हैं:

  • मुद्रा शिशु योजना
  • मुद्रा किशोर योजना
  • मुद्रा तरुण योजना
  • स्टैंड अप इंडिया योजना
  • सीएमएमएसई योजना
  • स्मॉल इंडस्ट्री डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI)
  • बैंकों की योजनाएं: कई बैंक महिला उद्यमियों के लिए विशेष ऋण योजनाएं भी प्रदान करते हैं, जैसे कि SBI Stree Shakti Scheme, PNB Mahila Udyami Vikas Yojana, और Bank of Baroda Udyami Shakti Scheme

बिज़नेस लोन के प्रकार

टर्म लोन (Term Loan) –

टर्म लोन कई प्रकार के होते हैं, जैसे- शॉर्ट-टर्म लोन, लॉन्ग-टर्म लोन और अन्य स्मॉल बिज़नेस लोन (Small Business Loan)। टर्म लोन के तहत जो राशि ऑफर की जाती है, वो आवेदक की क्रेडिट प्रोफाइल पर निर्भर करती है और इसका भुगतान 12 महीनों से 5 वर्ष तक में किया जा सकता है। ऊपर दिए गए प्रकारों के अलावा, टर्म लोन को दो भागों में बांटा जा सकता है, अन-सिक्योर्ड बिज़नेस लोन और सिक्योर्ड बिज़नेस लोन। सिक्योर्ड लोन के लिए बैंक में सिक्योरिटी/ गारंटी जमा करानी पड़ती है, जबकि अन-सिक्योर्ड लोन में कोई सिक्योरिटी जमा नहीं करानी होती है।

वर्किंग कैपिटल लोन (Working Capital Loan) –

वर्किंग कैपिटल लोन व्यवसायों की रोज़मर्रा की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रदान किया जाता है। अन्य कामों के लिए भी ये लोन लिया जा सकता है, जैसे- बिज़नेस को बढ़ाने के लिए, मशीनरी या उपकरण खरीदने के लिए, कच्चा माल खरीदने, किराया या कर्मचारियों को सैलरी देने, आदि के लिए।

लेटर ऑफ़ क्रेडिट (Letter of Credit) –

लेटर ऑफ़ क्रेडिट का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में किया जाता है। एक उद्योग जो इम्पोर्ट-एक्सोर्ट का बिज़नेस करता है, उसे दूसरे देश के सप्लायरों के साथ काम करना होता है। इन सप्लायरों को ये गारंटी चाहिए होती है कि उन्हें समय पर उनका भुगतान मिल जाएगा, ये गारंटी उद्योग की ओर से बैंक लैटर ऑफ़ क्रेडिट जारी करके देता है।

पॉइंट ऑफ़ सेल (POS) लोन –

इस लोन में व्यापारी अपने बिक्री के रिकॉर्ड के आधार पर लोन लेता है। व्यापारी को बैंक को ये रिकॉर्ड देना होता है कि पिछले कुछ महीनों में उसके यहाँ POS मशीन (जिस मशीन पर खरीदारी/ भुगतान के लिए डेबिट/ क्रेडिट कार्ड स्वाइप किया जाता है) पर कितना ट्रांजेक्शन हुआ है। इसी रिकॉर्ड के आधार पर बैंक व्यापारी को लोन देता है। इसमें लोन भुगतान के भी कई विकल्प होते हैं जैसे, व्यापारी हर महीने लोन का भुगतान करेगा या POS मशीन पर जो भी खरीदारी हो रही है, उसका कुछ हिस्सा व्यापारी और कुछ बैंक को चला जाएगा।

ओवरड्राफ्ट लोन (Overdraft Loan) –

ओवरड्राफ्ट लोन में आपको एक ओवरड्राफ्ट अकाउंट दिया जाता है जिसके लिए सीमित राशि मंज़ूर की जाती है। आप उस सीमित राशि तक उस अकाउंट से जब चाहे तब पैसे निकाल सकते हैं। ब्याज केवल निकाली गई राशि पर लगेगा ना कि पूरी राशि पर। उदाहरण: अगर आपको 2 लाख रु. का ओवरड्राफ्ट मिला है और आपने उसमें से 1 लाख रु. निकालते हैं तो ब्याज केवल 1 लाख रु. पर ही लगेगा न कि 2 लाख रु. पर।

FAQ – बिजनेस लोन कैसे ले

बिजनेस लोन कौन सा बैंक देगा?

कई बैंक बिजनेस लोन देते हैं, जिनमें एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, और पंजाब नेशनल बैंक शामिल हैं।

बिज़नेस लोन के लिए कितना टर्नओवर चाहिए?

आमतौर पर, ऋणदाता कम से कम 1 से 3 साल का व्यवसायिक इतिहास और न्यूनतम वार्षिक टर्नओवर (जो ₹12 लाख से ₹1 करोड़ तक हो सकता है) चाहते हैं।

बिजनेस लोन न चुकाने पर क्या होता है?

बिजनेस लोन न चुकाने पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं –
क्रेडिट स्कोर में गिरावट: यह आपके लिए भविष्य में लोन प्राप्त करना मुश्किल बना देगा।
कानूनी कार्रवाई: लोनदार आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकता है और आपकी संपत्ति जब्त कर सकता है।
व्यवसाय का बंद होना: लोन चुकाने में असमर्थता के कारण आपका व्यवसाय बंद हो सकता है।

बिजनेस लोन और पर्सनल लोन में क्या अंतर है?

बिजनेस लोन व्यवसायों को संचालित करने और बढ़ाने के लिए दिए जाते हैं, जबकि पर्सनल लोन व्यक्तिगत खर्चों जैसे शिक्षा, चिकित्सा या यात्रा के लिए दिए जाते हैं।

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